'एंड देन देअर वर नोवन' – रहस्य और सस्पेंस से भरी एक यात्रा
प्रस्तावना
ब्रिटिश लेखिका एगाथा क्रिस्टी, जिन्हें ‘मिस्ट्री की महारानी’ कहा जाता है, की रचना 'एंड देन देअर वर नोवन' एक अनोखी रहस्यभरी थ्रिलर है। पहली बार 1939 में प्रकाशित यह उपन्यास अपने जटिल कथानक और रहस्यमयी घटनाओं के कारण पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। इसमें दस अजनबी एक सुनसान द्वीप पर आमंत्रित होते हैं, और जल्द ही एक-एक कर रहस्यमय तरीके से उनकी मौतें होने लगती हैं। कथा में लगातार बढ़ता सस्पेंस पाठक को आखिरी पन्ने तक बांधे रखता है।
इस ब्लॉग में हम इस उपन्यास की कहानी को एक कथा-आधारित रूप में विस्तार से पेश करेंगे और साथ ही इसकी लेखन शैली, पात्रों के विकास और पुस्तक के कुल प्रभाव पर भी चर्चा करेंगे।
क्रिस्टी ने इस उपन्यास में पारंपरिक जासूसी तत्वों से हटकर निराला प्रयोग किया है: यहाँ कोई विशेषज्ञ जासूस नहीं है। दस पात्र स्वयं इस रहस्य से जूझते नजर आते हैं, जिससे कहानी और भी अधिक रहस्यमयी और चुनौतीपूर्ण बन जाती है।
कहानी की शुरुआत
एक सुनसान द्वीप, सोल्जर आइलैंड (Soldier Island), समुद्र की ऊँची लहरों और घने बादलों के बीच पहाड़ों से घिरा हुआ है। रात के अँधेरे में द्वीप का पुराना बंगला थोड़ा कंपकंपी भरा दिखता है। दूर क्षितिज पर चांदनी की हल्की रोशनी लहरों पर पड़ रही है, जिससे वातावरण और भी मर्मस्पर्शी हो जाता है।
कल्पना कीजिए, आप इसी द्वीप के किनारे खड़े हैं, जब अचानक दस अजनबी आपके सामने प्रकट होते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि इन सभी को एक ही गुप्त निमंत्रण मिला है, लेकिन उन्हें इसे भेजने वाले मेजबान का नाम या चेहरा मालूम नहीं है। हर कोई उलझन और उत्सुकता में डूबा हुआ है कि यह आयोजन किसका हो सकता है।
इन दस मेहमानों में हैं: न्यायाधीश लॉरेंस वॉरग्रेव, जो कड़े न्यायप्रिय स्वभाव के हैं; वेरा क्लैथोर्न, एक युवा संवेदनशील केयरटेकर जिसकी आँखों में गहरे दर्द की झलक है; डॉ॰ एडवर्ड आर्मस्ट्रांग, एक चिकित्सक जो स्वास्थ्य लाभ के लिए द्वीप पर आया है; कप्तान फिलिप लॉम्बार्ड, साहसी और आत्मविश्वास से भरा पूर्व सैनिक; एनथोनी "टॉनी" मार्सटन, एक तेज़-तर्रार अमीर युवक; एमिली ब्रेंट, धार्मिक और कट्टर विचारों वाली बुजुर्ग महिला; जनरल जॉन मैकआर्थर, सेना से निवृत्त अनुभवी अधिकारी; तथा मिस्टर और मिसेज़ रॉजर्स, जो इस घर के सेवक के रूप में काम करते हैं और घबराए हुए नजर आते हैं।
सबकी नज़रें एक-दूसरे पर टकराती हैं जब उन्हें पता चलता है कि यह निमंत्रण 'यू.एन. ओवेन' नामक एक अज्ञात व्यक्ति ने भेजा है। हर किसी के मन में एक सवाल है: “यह पूरा आयोजन किसकी योजना हो सकता है?” वातावरण पर एक अजीब सी सिहरन छा जाती है, जैसे हवा में कोई अनहोनी गूंज रही हो।
रहस्यमयी संकेत
दसों मेहमान जैसे ही रात के खाने के लिए इकट्ठा होते हैं, उन्हें अपने-अपने कमरों में एक रहस्यमयी कविता मिलती है। यह 'Ten Little Soldier Boys' (दस छोटे सैनिक) कविता है, जिसमें धीरे-धीरे सभी लोगों की मौतों का वर्णन है। कविता की हर पंक्ति भयावह संकेत देती है, मानो किसी अज्ञात शक्ति ने इन सबकी नियति लिख दी हो। इन संकेतों ने मेहमानों की नींद उड़ा दी है और उनमें भय की लहर दौड़ा दी है। अब वे जानते हैं कि उनके साथ कुछ असामान्य घटित हो रहा है।
डिनर शुरू होते ही अचानक मेज के पास रखे ग्रामोफोन से एक रिकॉर्ड बजने लगता है। रिकॉर्ड से सुनाई देने वाली अनजान आवाज़ हर मेहमान को उनके अतीत में किए गए अपराधों के लिए दोषी ठहराती है और कहती है कि अब इन अपराधों की सजा का वक्त आ गया है। यह घोषणा सुनकर माहौल डर और हैरानी से भर जाता है।
मौतों की श्रृंखला
डिनर के तुरंत बाद पहला झटका लगता है। तेज-तर्रार एंथोनी "टॉनी" मार्सटन अचानक पीठ दबाकर ज़मीन पर गिर पड़ता है और उसकी सांस फूलने लगती है। कुछ ही पलों में उसकी मृत्यु हो जाती है। यह अजीबोगरीब घटना देखकर सभी हैरत में पड़ जाते हैं। और जब वे देखते हैं कि मार्सटन के कमरे में रखी दस छोटी सैनिक की मूर्तियों में से एक गायब है, तो उनकी बेचैनी और बढ़ जाती है।
समय बीतते-पहुँचते यह साफ हो जाता है कि द्वीप पर कोई भी उन्हें वापस नहीं लाने आया है – जिस नाविक ने उन्हें लाया था, वह कहीं नज़र नहीं आता। यह अहसास समूह को और भयभीत कर देता है कि वे एक गहरे रहस्य के जाल में फंसे हुए हैं।
अगली सुबह माहौल पहले से भी ज्यादा तनावपूर्ण हो जाता है जब मिसेज़ रॉजर्स बिस्तर में मृत पाई जाती हैं। उनकी मृत्यु के कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन इस घटना ने सभी के दिलों पर सनसनी और डर छोड़ दिया है। धीरे-धीरे हर कोई समझने लगता है कि ये मौतें किसी योजना का हिस्सा हैं। घबराहट बढ़ती जाती है क्योंकि डिनर टेबल पर रखी सैनिक की मूर्तियाँ हर घटना के साथ घटती चली जाती हैं और लगता है जैसे कविता की अगली पंक्ति सच होने जा रही हो।
हर मौत के बाद, बाकी बचे लोग एक-दूसरे से डरते हुए बातचीत करते हैं, लेकिन उनके स्वर में बेचैनी और संदेह साफ झलकता है। वे समझ नहीं पाते कि असली खलनायक कौन हो सकता है, और यह भय रहता है कि अगली घटना कब घटित होगी।
तीसरी सुबह जनरल मैकआर्थर की लाश समुद्र के किनारे मिली पाई जाती है। उसके सिर पर चोट के निशान देखकर सभी दंग रह जाते हैं कि यह भी हत्या हो सकती है। अब समूह में दहशत चरम पर है; कोई एक-दूसरे को शक की नजर से देखने लगता है। हर गुजरती रात नई त्रासदी के साथ आती है, और मृत्यु की यह श्रृंखला तेजी से आगे बढ़ती चली जाती है।
लेखन शैली
एगाथा क्रिस्टी की लेखन शैली सरल पर अत्यंत प्रभावशाली है। उपन्यास के कुछ मुख्य लेखन तत्व इस प्रकार हैं:
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वर्णन की सुस्पष्टता: क्रिस्टी द्वीप की अँधेरी, सुनसान छवि और चरित्रों के मनोभावों का वर्णन न्यूनतम शब्दों में बेहद खूबसूरती से करती हैं। उनकी भाषा बिना किसी अनावश्यक झिलमिलाहट के चलती है, जिससे कहानी की रहस्यमयी निष्ठा बनी रहती है।
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तीव्र सस्पेंस: हर अध्याय अपने अंत में छोटा-सा रहस्य या रोमांचक मोड़ छोड़ता है, जिससे पाठक की उत्सुकता बढ़ती जाती है। यह कथा एक तरह का थ्रिलर (thriller) बन जाती है जो अंत तक भरपूर सस्पेंस बरकरार रखती है।
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कथा की संरचना: कहानी तीसरे पुरुष दृष्टिकोण से कई पात्रों की नज़र से बताई जाती है। पारंपरिक जासूसी पात्र की अनुपस्थिति इसे और भी चुनौतीपूर्ण बनाती है, क्योंकि खलनायक की पहचान छिपी रहती है। इस संरचना से रहस्य गहरा और पेचीदा बनता जाता है।
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संवाद और मनोवृत्ति: पात्रों के संवाद प्राकृतिक और प्रभावी हैं। उनकी बातचीत से उनके डर, शक और तनाव की भावनाएँ सहज ही प्रकट होती हैं। क्रिस्टी पात्रों के मनोविज्ञान को छूकर भी प्रस्तुत करती हैं, जिससे कहानी अधिक प्रामाणिक लगती है।
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रहस्यपूर्ण उपकरणों का प्रयोग: कविता 'Ten Little Soldier Boys' और ग्रामोफोन रिकॉर्ड जैसे तत्व कहानी को और गतिशील बनाते हैं। ये संकेत/क्लू कथानक में अपेक्षित ट्विस्ट की ओर इशारा करते हैं, जिससे साजिश और रोमांच दोनों गहरे हो जाते हैं।
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तेज़ गति (पेस): कथा की गति बहुत प्रगतिशील और उत्साहवर्धक है। क्रिस्टी ने प्रत्येक घटना को संक्षिप्त और ताज़ा तरीके से पेश किया है, जिससे पाठक बार-बार नए मोड़ों पर आश्चर्यचकित होते जाते हैं।
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उत्कर्ष और रहस्योद्घाटन: कहानी का अंत अत्यंत रोमांचक और चौंकाने वाला होता है, जिससे पाठक को गहन संतुष्टि मिलती है। शीर्ष बिंदु पर रहस्य खुलने के बावजूद, क्रिस्टी हमें अंतिम क्षण तक जोड़े रखती हैं।
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रोमांच और भय का मिश्रण: द्वीप की सुनसानियाताएँ और पात्रों के भयावह अनुभव एक साथ मिलकर एक भारी रोमांचकारी वातावरण बनाते हैं। हर घटना में थ्रिलर के साथ-साथ हॉरर का भी अंश है, जिससे पाठक के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
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छुपे संकेत और जाल: क्रिस्टी ने कहानी में कई सूक्ष्म संकेत बिखेरे हैं, जो पहली नजर में नजर नहीं आते। जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ती है, पाठक इन बिखरे सुरागों को जोड़कर खुद को रहस्य के केंद्र में महसूस करता है, जो कहानी को और भी रहस्यमयी बनाता है।
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मनोवैज्ञानिक गहराई: क्रिस्टी ने द्वीप के एकांत वातावरण का उपयोग पात्रों के भावनात्मक द्वंद्व को गहराई से दिखाने के लिए किया है। जैसे-जैसे रिश्ते बनते और बिगड़ते हैं, हर पात्र की मानसिक स्थिति और भय और अधिक स्पष्ट होते जाते हैं।
पात्रों का विकास
एगाथा क्रिस्टी ने हर पात्र को विशेषताओं और मनोवैज्ञानिक द्वंद्व से परिपूर्ण रूप में प्रस्तुत किया है। यहाँ कुछ प्रमुख पात्रों की विशेषताओं का संक्षिप्त विवरण है:
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न्यायाधीश लॉरेंस वॉरग्रेव (Lawrence Wargrave): एक अनुभवी और दृढ़-निश्चयी जज, जो न्यायप्रिय स्वभाव के हैं। शुरुआत में वे शांत और आत्मविश्वासी दिखाई देते हैं, सभी को संभालने का प्रयास करते हैं। उनकी बुद्धिमत्ता और ठंडा स्वभाव कहानी में स्थिरता लाते हैं।
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वेरा क्लैथोर्न (Vera Claythorne): एक युवा, संवेदनशील केयरटेकर। शुरू में वह शांत और आत्मविश्वास भरी लगती हैं, पर धीरे-धीरे उसके भीतर छिपा अपराधबोध और भय उभरकर सामने आता है। कहानी के आगे बढ़ने पर उसके भावनात्मक टकराव और द्वंद्व स्पष्ट रूप से दिखते हैं।
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डॉ॰ एडवर्ड आर्मस्ट्रांग (Dr. Edward Armstrong): एक चिकित्सक, वैज्ञानिक सोच के धनी और भरोसेमंद स्वभाव के। शुरुआत में वह स्थिति को तार्किक दृष्टिकोण से नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन घटनाओं के आगे बढ़ने पर उनकी नींदें उड़ जाती हैं। उनकी बुद्धिमत्ता कभी-कभी उसी पर भारी पड़ती है।
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कप्तान फिलिप लॉम्बार्ड (Captain Philip Lombard): साहसी, चतुर और आत्मविश्वासी पूर्व सैनिक। शुरुआती दृश्यों में वह रोमांचप्रिय और निडर दिखाई देता है। जैसे-जैसे परिस्थितियाँ बिगड़ती हैं, उसकी गंभीरता और आत्मरक्षा के कौशल उभरकर सामने आते हैं।
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एनथोनी "टॉनी" मार्सटन (Anthony "Tony" Marston): एक तेज़-तर्रार, आकर्षक और बेपरवाह युवा। कहानी की शुरुआत में उसकी मुखरता और लापरवाही स्पष्ट होती है। अत्यधिक आत्मविश्वास उसकी पहचान है, भले ही वह जीवन में जोखिम लेने से न डरता हो।
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एमिली ब्रेंट (Emily Brent): धार्मिक विचारों वाली कट्टरपंथी महिला। सतही तौर पर वह अध्यात्म और कठोर नैतिकता से ग्रस्त लगती हैं। परिस्थिति के चरम में उसकी अडिग आस्था और कठोर फैसले और भी स्पष्ट हो जाते हैं, जो उसे अन्य पात्रों से अलग बनाते हैं।
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जनरल जॉन मैकआर्थर (General John Macarthur): सेना से निवृत्त एक वृद्ध अधिकारी। उनके चेहरे पर पहले से ही अपराधबोध झलकता है। बाकी सबके विपरीत, वे शांत, व्यथित और अपने अतीत के ख्यालों में खोए रहते हैं। उनका भीतर का दर्द कहानी में गंभीरता भर देता है।
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मिस्टर और मिसेज़ रॉजर्स (Mr. and Mrs. Rogers): इस घर के सेवक, जिनका जीवन चिंताओं से भरा हुआ है। दोनों ही विवाहित और दास स्वभाव के हैं, जो छोटी-छोटी बातों पर घबराते रहते हैं। इनकी चिंतित और दास भाव-भंगिमाएँ कहानी में उनकी नाजुक स्थिति को दर्शाती हैं।
कहानी के अंत तक, हर पात्र की आंतरिक जटिलताएँ और द्वंद्व पूरी तरह सामने आ जाते हैं। लेखक ने इनके भय, अपराधबोध और अंतर्द्वंद्व को सूक्ष्मता से उजागर किया है, जिससे ये पात्र और भी अधिक यथार्थपूर्ण और समृद्ध हो उठते हैं।
समग्र प्रभाव और निष्कर्ष
'एंड देन देअर वर नोवन' का सबसे बड़ा प्रभाव इसका सघन रहस्य और लेखन की दमदार शैली है। उपन्यास की कहानी पाठक को अंत तक बांधे रखती है, जिससे हर पन्ना नए प्रश्न खड़ा करता है। यह पुस्तक मर्डर मिस्ट्री प्रेमियों के लिए एक उत्कृष्ट thriller साबित होती है, जो रहस्यमयी वातावरण और अप्रत्याशित घटनाओं के जाल में उलझा देती है।
क्रिस्टी की कुशल कथा-विन्यास पाठक को पात्रों के साथ जोड़कर रखती है। पात्रों का मनोवैज्ञानिक द्वंद्व और उनके छिपे हुए अपराध पाठक को सोचने पर मजबूर कर देते हैं। कहानी में न्याय, अपराध और अपराधबोध जैसे गहरे विषय उभरते हैं, जिन पर विचार करके पाठक अपने नैतिक निर्णयों पर भी सवाल उठाता है।
कुल मिलाकर यह उपन्यास अपनी सनसनीखेज कहानी और गोपनीय ट्विस्ट की वजह से अनूठा है। इसके रहस्यमयी ढांचे और धाराप्रवाह लेखन के कारण यह लंबे समय तक पाठकों की स्मृति में अंकित रहता है। 'एंड देन देअर वर नोवन' का सस्पेंस और मिस्ट्री ऐसा है कि पाठक खुद को कहानी के अंत तक खोया हुआ महसूस करता है, और अंत के बाद भी इसकी गूंज लंबे समय तक बनी रहती है। यह उपन्यास कई बार पढ़ने पर भी उतना ही रोमांचित रखता है और अपनी पेचीदगियों को बरकरार रखता है। इसे अक्सर क्रिस्टी की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में गिना जाता है, और रहस्य प्रेमियों की पहली पसंद बनी रहती है।